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Yearly Archives: 2015
लवली पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि अटूट बंधन की कार्यकारी संपादक वंदना...
सपनों को जीने के लिए जरूरी है जूनून | उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हर बच्चे की आँखों में हजारों सपने...
लिखो की कलम अब तुम्हारे हाथ में भी है
लिखो की कलम अब
तुम्हारे हाथ में भी है
लिखो की कैसे
छुपाती हो
चूल्हे के धुए
में आँसू
लिखो की हूकता है दिल जब
गाज़र –मूली
की तरह
उखाड़...
अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस (10 दिसम्बर) पर विशेष लेख
विश्व के प्रत्येक बालक के मानवाधिकारों का संरक्षण होना चाहिए!
(1) युद्ध के माहौल में बच्चों का बीता हुआ कल ही नहीं बल्कि उनका भविष्य...
अटूट बंधन वर्ष -२ , अंक -१ सम्पादकीय
तेरा शुक्रिया है ...
“ अटूट बंधन “ राष्ट्रीय हिंदी मासिक पत्रिका अपने एक वर्ष का उत्साह व् उपलब्धियों से भरा सफ़र पूरा कर के...
अटूट बंधन सम्मान समारोह -२०१५ एक रिपोर्ट
कल रविवार हिंदी भवन में हिंदी मासिक पत्रिका “ अटूट बंधन “ ने सम्मान समारोह – २०१५ का आयोजन किया | कार्यक्रम की मुख्य...
बच्चों पर अनमोल विचार
* बच्चे वो जीवित सन्देश हैं जो हम इस दुनिया को देते हैं जब हम नहीं होंगे ........ नील पोस्टमैंन
*बच्चे जब भी कुछ नया...
बाल दिवस पर विशेष कविता : पढो और बढ़ो :डॉ भारती वर्मा...
पढ़ो,
बढ़ो,
जीवन के
दुर्गम पर्वत चढ़ो।
मिलें
बाधाएँ
रौंद उन्हें
नव पथ गढ़ो।
दिखे
कहीं
अन्याय, सहो न
आगे बढ़ लड़ो।
पथ
अपना
चुन, उस पर
अकेले ही बढ़ो।
अँधियारा,
डरना कैसा?
अपना
दीपक आप बनो।
रंग
भले ही
हों कितने भी
बस भोलापन चुनो।
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कॉपीराइट@डॉ.भारती वर्मा...