Monthly Archives: April 2016
इंतजार
इन्तजार कोई भी करे किसी का भी करे पीड़ादायी और कष्टदायी ही होता है लेकिन बदनसीब होते हैं वो लोग जिनकी जिन्दगी में किसी के इन्तजारका अधिकार नहीं होताक्योंकि...
कुछ हाइकू…….पृथ्वी दिवस पर
(1) धरा दिवस
लगें वृक्ष असंख्य
करें प्रतिज्ञा।
(२) माता धरती
करें चिंता इसकी
शिशु समान।
(3) कहे समय
रहेगी न धरती
करोगे क्या?
(4) हम निर्दयी
...
चार साधुओं का प्रवचन
एक बार की बात है चार साधू जो आपस में मित्र थे तीर्थ यात्रा कर के लौटे | वो लोगों के साथ अपने ज्ञान...
बाहें
माता और पिता दोनों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है | जहाँ माँ धरती है जो जीवन की डोर थाम लेती है वही...
“सुशांत सुप्रिय के काव्य संग्रह – इस रूट की सभी लाइनें व्यस्त...
# समीक्षा आलेख : " गहरी रात के एकांत की कविताएँ " --------------------------------------------------------- ...
शब्द सारांश का भव्य वार्षिकोत्सव एवं पुस्तक लोकार्पण समारोह
शब्द सारांश का भव्य वार्षिकोत्सव एवं पुस्तक लोकार्पण समारोह दस अप्रैल रविवार को नगर की प्रसिद्ध साहित्य एवं सामाजिक संस्था शब्द सारांश का द्वितीय वार्षिकोत्सव संपन्न...
आज गंगा स्नान की नहीं गंगा को स्नान कराने की आवश्यकता है
गंगा एक शब्द नहीं जीवन है , माँ है , ममता है | गंगा शब्द से ही मन असीम श्रद्धा से भर जाता है...
फेसबुक एप – ये फेसबुक है ये सब जानती है
आपको एक पुरानी फिल्म जरूर याद होगी |
नाम था शतरंज के खिलाड़ी |
वो नवाबों के ज़माने की
फिल्म थी | पर
यहाँ मैं फिल्म की बात...
अजय चन्द्रवंशी की लघु कवितायें
#तटस्थ#
वह कशमकश में है
वह किस तरफ है
क्योकि उसे मालूम है
वह किस तरफ है
#गाली और क्रांति#
वह सब को गाली देता है
व्यवस्था को
समाज को
खुद को भी
उसके...
परी का गिफ्ट
दोस्तों हम सब अधिकतर या तो अतीत में रहते हैं या भविष्य में | वर्तमान में कोई रहना ही नहीं चाहता |पर दरसल सच्ची...