Monthly Archives: May 2016
लघुकथा – सूकून
कुमार गौरव
मौलिक एवं अप्रकाशित
एक छुट्टी के दिन कोई पत्रकार कुछ अलग करने के ख्याल से जुगाड़ लगाकर ताजमहल में घुस गया ।
बहुत...
अटूट बंधन
अटूट बंधन ब्लॉग की नींव “सर्वजन हिताय , सर्वजन सुखाय” की भावना से
प्रेरित हो कर रखी गयी है | इसके मुख्य उद्देश्य निम्न हैं...
अपना -अपना स्वार्थ
एक बार एक
आदमी अपने छोटे से बालक के साथ एक घने जंगल से जा रहा था! तभी रास्ते मे
उस बालक को प्यास...
“माँ“ … कहीं बस संबोधन बन कर ही न रह जाए
माँ केवल एक भावनात्मक संबोधन ही नहीं है , ना सिर्फ बिना शर्त प्रेम करने की मशीन ....माँ के प्रति कुछ कर्तव्य भी है...
कैंसर
कैंसर
बस एक ही शब्द
काफी था सुनने के लिए
अनसुनी ही रह गयी
उसके बाद दी गयी सारी हिदायते
पहली दूसरी या तीसरी स्टेज का वर्णन
बस दिखाई देने...