Home 2016
Yearly Archives: 2016
जोरू का गुलाम
राधा आटा गूंधते गूंधते बडबडा रही थी " पता नहीं क्या ज्योतिष पढ रखी है इस आदमी ने हर बात झट से मान जाता...
सपेरे की बिटिया
कभी पढ़ने आती थी हमारे स्कूल में,
सपेरो की बस्ती से---------------
एक सपेरे की बिटिया।
वे तमाम किस्से सुनाती थी साँपो के अक्सर,वे खुद भी साँपो से...
बैरी_सावन
मन के दबे से दर्द जगाने
फिर से बैरी सावन आया।
सूना आँगन सूनी बगिया
माना नहीं है कोई घर में
यादें कहती मुझे बुलाकर
हम भी तो रहती...
मीना कुमारी -एक दर्द भरी ग़ज़ल
चिंदी चिंदी दिन मिला , तन्हाँ तनहा रात मिली
जितना जिसका आँचल था , उतनी उसको सौगात मिली
मीना कुमारी के ये शब्द महज़ शब्द नहीं...
व्यंग – हमने भी करी डाई-ईटिंग
लेख का शीर्षक देख कर ही आप हमरी सेहत और उससे उत्पन्न परेशानियों के बारे में अंदाजा लगा सकते हैं |आज के ज़माने में...
रूपये की स्वर्ग यात्रा
त्रिपाठी जी और वर्मा जी
मंदिर के बाहर से निकल रहे थे ।
आज मंदिर में पं केदार नाथ जी
का प्रवचन था ।
प्रवचन से दोनों भाव...
बच्चों पर निवेश
बच्चों पर निवेश करने की
सबसे अच्छी चीज है
अपना समय
और
संस्कार
-स्वामी विवेकानंद
हामिद का चिंमटा
संगत का
साथी हो सकता है यह
औखत पर औज़ार
फकीर का मँजीरा
सिपाही का तमंचा
सबसे सलोना
यह खिलौना
जो साबुत रहेगा
अन्धड़ पानी तूफ़ान में
सहता सारे थपेड़े
कविता मेरे लिए
तीन पैसे...
लघुकथा – सूकून
कुमार गौरव
मौलिक एवं अप्रकाशित
एक छुट्टी के दिन कोई पत्रकार कुछ अलग करने के ख्याल से जुगाड़ लगाकर ताजमहल में घुस गया ।
बहुत...
अटूट बंधन
अटूट बंधन ब्लॉग की नींव “सर्वजन हिताय , सर्वजन सुखाय” की भावना से
प्रेरित हो कर रखी गयी है | इसके मुख्य उद्देश्य निम्न हैं...