Monthly Archives: May 2017
अरे ! , चलेंगे नहीं तो जिंदगी कैसे चलेगी |
हजारों किलोमीटर की यात्रा की शुरुआत बस एक कदम से होती है
मुहल्ले के अंकल जी वॉकर ले कर ८० की उम्र दोबारा चलना सीख...
कतरा कतरा पिघल रहा है
साधना सिंह
कतरा कतरा पिघल रहा है
दिल नही मेरा संभल रहा है ||
हवा भी ऐसे सुलग रही है
और ये सावन भी जल रहा है...
वो पहला खत
बचपन में एक गाना अक्सर सुनते थे "लिखे जो खत तुझे वो तेरी याद में हज़ारों रंग के सितारे बन गए " | गाना...
स्त्री और नदी का स्वच्छन्द विचरण घातक और विनाशकारी
लेखक:- पंकज प्रखर
कोटा(राज.)
स्त्रीऔर
नदी दोनों ही समाज में वन्दनीय है तब तक जब तक कि वो अपनी सीमा रेखाओं का उल्लंघन नही
करती | स्त्री का...
स्मृति – पिता की अस्थियां ….
सुशील यादव
पिता ,
बस दो दिन पहले
आपकी चिता का
अग्नि-संस्कार कर
लौटा था घर ....
माँ की नजर में
खुद अपराधी होने का दंश
सालता रहा ...
पैने रस्म-रिवाजों का
आघात
जगह जगह...
सोनू की मिठाई
जीवन में अक्सर हमें दो चीजों में से एक का चयन करना होता है| पर...
ब्रेस्ट कैंसर – गुलाबी दिल नहीं जानकारी ही बचाव है
कल से जिस संख्या
में नन्हे से गुलाबी दिल देखने को मिल रहे हैं उसके हिसाब से तो आज बहुत सारी महिलाएं अस्पतालों में जा...
दो स्तन
ये महज कविता नही वरन रोंगटे खड़े करता एक भयावह यथार्थ है।
रंगनाथ द्विवेदी
कुछ भिड़ झुरमुट की तरफ देख,
अचानक मै भी रुक गया--------
और जैसे ही...
जब मोटिवेशन ,डीमोटिवेट करें – मुझे डिफेंसिव पेसिमिज्म से सफलता मिली
जो आशावादी था उसने हवाई जहाज बनाया , जो डिफेंसिव
पेसिमिस्ट था उसने पैराशूट बनाया | दोनों ही सफल हैं व् समाज के लिए जरूरी...
समयरेखा
अंजू शर्मा
"छह बजने में आधा घंटा बाक़ी है और अभी तक तुम तैयार नहीं हुई!
पिक्चर निकल जाएगी, जानेमन!!!"
मानव ने एकाएक पीछे से आकर...