Monthly Archives: May 2017
बहू और बेटी
वो बेटी ही...
गुस्से में चिल्लाते क्यों हैं ?
एक बार की बात है एक संत अपने...
स्ट्रेस ईटिंग डिसऑर्डर – जब आप खाना खा रहे हो और खाना आपको
कई बार तब हम भोजन
में अपनी समस्याओं का समाधान ढूँढने लगते हैं जब भावनाएं हमें खा रही होती हैं – अज्ञात
“देखिये आप बिंज
ईटिंग...
बदलाव
दुनिया एक खूबसूरत जगह होती अगर हम
किसी का आकलन करने के स्थान पर उसकी परिस्थिति को समझने की कोशिश करते
गुस्से में बेकाबू होने के...
नौकरी वाली बहू
लेखिका -राधा शर्मा ( मुंबई -महाराष्ट्र )
कल रास्ते में निधि मिली | निधि उम्र ३२ साल एक घरेलू महिला व् दो बच्चों की माँ...
क्यों न जी कर मरें
एक बगीचे में एक घास का फूल था वह अपने अन्य साथी घास के फूलों के साथ ईंटों की आड़ में दबा
हुआ था |...
टर्मिनली इल – कुछ लम्हे जो मिले हैं उस पार जाने वाले के साथ
प्रेम वो नहीं है जो आप कहते हैं प्रेम वह है जो आप करते हैं
...
परमात्मा और उसके सेवक कभी भी छुट्टी नहीं लेते हैं!
- डा0 जगदीश गाँधी, संस्थापक-प्रबन्धक,
सिटी मोन्टेसरी स्कूल,
लखनऊ
(1) परमात्मा तथा उसके सेवक छुट्टी कर लें तो संसार तथा ब्रह्ममाण्ड में हाहाकार
मच जाये:-
परमात्मा ने...
माँ की माला
नेहा नाहटा,जैन
दिल्ली
माला फेरकर जैसी ही प्रेरणा ने आँखे खोली,सामने खड़ी बेटी और पतिदेव ठहाके मारने लगे ।
मान्या तो पेट पकड़ पकड़ कर हंसी से...
मातृ दिवस पर- एक माँ के अपने बच्चों ( बेटे और बेटी ) के...
आज इन दो पत्रों को...