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Yearly Archives: 2017
सकारात्मक चिंतन और व्यक्तित्व विकास एक ही सिक्के के दो पहलू
सकारात्मक चिंतन और व्यक्तित्व विकास एक ही सिक्के के दो पहलू हैं | जो एक साथ आतें हैं |दरसल जब लोग पर्सनाल्टी शब्द का...
सुख -दुःख के पार है आनंद
दुख को कोई नहीं चाहता। हर कोई सुख की खोज में भटकता रहता है। यह मान लिए गया है कि दुख के लिए कोई
प्रयास...
सतरंगिनी – ओमकार मणि त्रिपाठी की सात कवितायें
1...
आखिर
कब तक....?
डूबे रहोगे
सिर्फ बौद्धिक व्यभिचार में
वक्त पुकार रहा हैसमस्याओं के उपचारकी बाट जोह रहे हैं लोगअब मिथ्याचार नहीं,बल्कि समाधान के आधार तलाशो
२...
कई बार
ऐसा होता...
क्या सिखाता है कमल का फूल?
कमल के फूल को योग और अध्यात्म में एक प्रतीक के रूप में देखा जाता है। योगिक शब्दावली में बोध व अवबोधन के अलग-...
बिना गुनाह की सजा भुगत रहे हैं शिक्षा मित्र
उत्तर प्रदेश में सहायक शिक्षक के रूप में समायोजित किये गए शिक्षामित्रो को एक साथ कई समस्याओं का सामना करना
पड़ रहा है.जहाँ एक ओर...
आओ मिलकर दिए जलाए
भारतीय संस्कृति
में अक्टूबर नवम्बर माह का विशेष महत्व् है,क्योंकि यह महीना प्रकाशपर्व दीपावली
लेकर आता है.दीपावली अँधेरे पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है भौतिक...
एक हमसफ़र
प्रतापगढ़ से लालगंज का सफर बहुत कष्टदायक था। मेटाडेार यात्रियों से खचाखच भरी थी और तेज ठंड में भी उमस और उलझन महसूस हो...
फुंसियाँ
सुधीन्द्र,जब यह पत्र तुम्हें मिलेगा , मैं तुम्हारे जीवन से बहुत दूर जा चुकी हूँगी । मेरे पैरों में इतने वर्षों से बँधी जं़जीर...