Monthly Archives: January 2018
कर्म और आत्मसंतुष्टि
गीता के अध्याय 3 में श्रीकृष्ण से अर्जुन ने कहा - हे जर्नादन! हे केशव! यदि आप बुद्धि को सकर्म से श्रेष्ठ समझते...
टूटे नहीं chain of happiness
एक बार की बात है , एक महिला कार ले कर किसी...
जोधा-अकबर और पद्ममावत क्यू है?
बता एै सिनेमा------------------
आखिर तुम्हें हमारी इतिहास से,
इतनी अदावत क्यू है?
तेरे दामन मे----------
जोधा-अकबर और पद्ममावत क्यू है? ।
सवाल है मेरा तुझसे,
कि सिनेमा के वे सेंटीमेंटल...
रानी पद्मावती और बचपन की यादें
आज पद्मावत फिल्म के रिलीज होने की तिथि पास आती जा रही है| चारों तरफ पद्मावत और रानी पद्मावती की चर्चा हैं | ऐसे...
जिंदगी का चौराहा
यूँ तो चौराहे थोड़ी- थोड़ी दूर पर मिल ही जाते...
वाणी-वंदना
यूँ तो पतझड़ के...
लप्रेक-कॉफ़ी
प्रेम दुनिया की सबसे खूबसूरत भावना है| जिसे प्रेमियों द्वारा कई तरह
से व्यक्त किया जाता है| सच्चे प्रेम की पहचान तो दूसरे को अपने...
बदलते हुए गाँव
गाँव यानि अपनी मिटटी , अपनी संस्कृति और अपनी जडें , परन्तु विकास की आंधी इन गाँवों को लीलती जा रही है | शहरीकरण...
शांति और प्रेम की अलख जगाते ब्रह्मकुमारी शिवानी के 21 अनमोल विचार
ॐ शांति
ब्रह्मकुमारी शिवानी जिन्हें लोग स्नेह से सिस्टर शिवानी भी कहते हैं
, आध्यात्मिक संस्था “ प्रजापति ब्रह्मा विश्वविद्यालय” से एक आध्यात्मिक शिक्षिका
के रूपमें जुडी...
प्रीत की पाती – किसी किशोरी के अनगढ़ प्रेमपत्र नहीं ,एक साहित्यिक कृति
"प्रीत की पाती" , जैसा की नाम से ही स्पष्ट है...