Monthly Archives: March 2018
अपराध बोध
सर्दी हो या गर्मी, वह अपने नियमों की पक्की, सुबह जल्दी उठकर मंदिर जाना। उसके बाद ही चाय, पानी व अन्य काम करना। आज...
अहसास
कहते हैं बच्चे और बूढ़े एक सामान होते हैं ... बात -बात...
खुद को अतिव्यस्त दिखाने का मनोरोग
और क्या चल रहा है आजकल .?
क्या बताये मरने की भी फुरसत नहीं,
और आपका,
यही हाल मेरा है , समय का तो...
जाने कितनी सारी बातें मैं कहते कहते रह जाती हूँ
लफ्जों को समझदारी में लपेट कर निगल जाती हूँ
जाने कितनी सारी बातें मैं कहते कहते रह जाती हूँ ।
और तुम ये समझते हो ,मै...
प्रेम की परिभाषा गढ़ती – लाल फ्रॉक वाली लड़की
प्रेम ... एक ऐसा शब्द जो , जितना कहने में सहज है...
प्रिडिक्टेबली इरेशनल की समीक्षा -book review of predictably irrational in Hindi
हम सब बहुत सोंच विचार कर निर्णय लेते हैं | फिर...
श्री राम
तेरी पीड़ा की प्रत्यंचा को------
सब खीच रहे है राम!
तेरी नगरी मे,
तुम्हें टेंट से ढक कर,
मंदिर यहीं बनायेंगे-----
बस चीख रहे है राम।
हर चुनाव के मुद्दे...
मुझे शक्ति बनना होगा
साल में दो बार नवरात्र आती हैं...
सीता के पक्ष में हमें खड़ा करने वाले भी राम ही है
राम , हमारे आराध्य श्री राम , मर्यादा...
गलतियों की सजा दें या माफ़ करें
सीमा जी मेरे पास बैठ कर आधे घंटे से अपनी...