Monthly Archives: August 2018
हसीनाबाद -कथा गोलमी की , जो सपने देखती नहीं बुनती है
अभी कुछ दिन पहले गीताश्री जी का उपन्यास " हसीनाबाद" पढ़ा है | पुस्तक भले ही हाथ में नहीं है पर गोलमी मेरे मन...
देश गान
स्वतंत्रता दिवस का अर्थ केवल जश्न मनाना नहीं है ये दिन हमें हमारे कर्तव्यों को...
प्रेत-छाया
कहते हैं यदि किसी की अकाल मृत्यु हो , हत्या हो , या अस्वाभाविक मृत्यु हो उसकी आत्मा भटकती है | प्रेत-छाया... जैसा की...
अनकही
क्या आपने कभी सोचा है ....घर में सब ठीक है के पीछे एक स्त्री कितनी बातें , ताने दर्द लील जाती है किसी मीठी...
गुटखे की लत
गुटखे की लत वो लत है जिसमें आदमी स्वयं तो अपने स्वास्थ्य...
असफलता से सफलता की ओर
‘
मुंशी प्रेमचंद्र जी लिखते हैं कि सफलता में अतीव सजीवता होती है और विफलता में अत्यंत निर्जीवता | कौन है...
हम्मिंग बर्ड्ज़
दीदी की मृत्यु के पश्चात् माँ ने उनकी चिड़ियों को उनकी ससुराल से लाने का आदेश दिया | बरसों से दीदी उन्हें पाल रहीं...
वन फॉर सॉरो ,टू फॉर जॉय
उससे मेरा पहला परिचय
कब हुआ , पता नहीं
| शायद
बचपन में तब जब मैंने हर काली चिड़िया को कौआ - कौआ कहते हुए उसके और...
फिर से कैसे जोड़े दोस्ती के टूटे धागे
हमारे तमाम रिश्तों में दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है जिसे हम खुद चुनते
हैं , इसलिए इसे हमें खुद ही संभालना होता है | फिर...
क्या फेसबुक पर अतिसक्रियता रचनाशीलता में बाधा है ?
लाइट , कैमरा ,एक्शन की तर्ज पर लाइक , कमेंट ,एडिक्शन .... और दोनों ही ले जाते हैं एक ऐसी...