Monthly Archives: September 2018
संवेदनाओं के इमोजी
फेसबुक पर भावनाओं को व्यक्त करने के लिए तरह तरह के इमोजी उपलब्द्ध हैं , हंसने के रोने के , खिलखिलाने...
नींव
दुनिया के सारे घरों की नींव में दफ़न औरतें भी देखती हैं कंगूरे बनने के ख्वाब , कभी...
ढलवाँ लोहा
आज आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं सशक्त कथाकार दीपक शर्मा जी की कहानी "ढलवाँ लोहा "| ये कहानी 2006 में हंस में प्रकाशित...
रीतू गुलाटी की पांच कवितायेँ
कविता मन के भाव हैं , कब ये भाव शब्द के रूप में आकर ले कर पन्ने पर उतर जाते हैं कवि भी नहीं...
हिंदी मेरा अभिमान
आज जब पीछे मुड़ कर देखती हूँ और सोचती हूँ कि हिंदी कब और कैसे मेरे जीवन में इतनी घुलमिल गई तो इसका पूरा-पूरा...
हिंदी की कीमत पर अंग्रेजी नहीं
हिंदी दिवस आने वाला है | अपनी अन्य पूजाओं की तरह एक...
हिंसा से अहिंसा तक
हिंसा के पीछे क्रोध है l क्रोध के पीछे अक्सर भाव ये होता है कि दूसरा हमारे मनोनुकूल नहीं है l थप्पड़ मारना या...
प्रथम गुरु
अक्सर ऐसा कहा जाता है कि बालक की प्रथम गुरु उसकी माता होती है परंतु मैं इस बात से सहमत नहीं हूं। माता भी...
कह -मुकरियाँ
कह मुकरियाँ साहित्य की एक विधा है | यह शब्दों कह और
मुकरियाँ से बनी है | इसका सीधा सा अर्थ
है कही हुई बात से...
अनुभूतियों के दंश- लघुकथा संग्रह (इ बुक )
लघुकथा वो विधा है जिसमें थोड़े शब्दों में पूरी कथा कहनी होती है | आज
के समय में जब समयाभाव के कारण लम्बी कहानी पढने...