Monthly Archives: November 2018
समकालीन साहित्य :कुछ विसंगतियाँ
क्या आज जो साहित्य लिखा जा रहा है वो सत्य के पक्ष में है या कुछ पूर्व धारणाओं को निरुपित करने के असंभव...
समस्या या समाधान
समस्याओं को अपने जीवन में आने से नहीं रोका जा सकता .... ये हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं पर आप समस्या आने पर...
दादी कानपुर वाली -दादी और फोटो शूट
दादी कानपुर वाली .... प्रस्तुत है पहली कड़ी ...
दादी कानपुर वाली -दादी...
किसी विवाह समारोह में
आप भी अवश्य किसी विवाह समारोह में गए होंगे .... रिश्तों के टूटे तारों को समेटा होगा , जी भर जिया होगा और दामन...
होड़
आज बाल दिवस है | फूल से मासूम बच्चे , जो कल देश का भविष्य बनेंगे | ना जाने कितने सपने हैं इनकी आँखों...
छोटी दीदी
छोटी दीदी की कहानी एक ऐसी लड़की की कहानी है जिसकी आँखों में सपने थे और पैरों में बेड़ियाँ | कितनी बार वो समाज...
कुम्हार और बदलते व्यापार का समीकरण
दीपावली की बात करते ही मेरे जेहन में बचपन की दीवाली आ जाती है | वो माँ के हाथ के बनाये पकवान , वो...
मंगतलाल की दिवाली
हम सब वायु , ध्वनि , जल और मिटटी के प्रदूष्ण के बारे में पढ़ते हैं ... पर एक और प्रदुषण है जो खतरनाक...
वो कन्नौज की यादगार दीपावली
यूँ तो हर बार दिवाली
बहुत खास होती है पर उनमें से कुछ होती हैं जो स्मृतियों के आँगन में किसी खूबसूरत
रंगोली की तरह ऐसे...
फिल्म बधाई हो के बहाने लेट प्रेगनेंसी पर एक चर्चा
"पूत भये और पूत बियाहे " किसी भी व्यक्ति की जिन्दगी के दो सबसे सुखद पल माने जाते हैं | तभी तो बच्चों के...