Monthly Archives: March 2019
ग्वालियर : एक यात्रा अपनेपन की तलाश में
जिस शहर में क़रीब 50 साल पहले नव वधु के रूप में आई थी उसी शहर में हम कुछ दिन पहले,परिवार ही नहीं कुटुम्ब के साथ पर्यटक...
सर्फ एक्सेल होली का विज्ञापन – एक पड़ताल
फोटो क्रेडिट -thelallantop.com
सर्फ एक्सेल वर्षों
से जो विज्ञापन बना रही है उसका मुख्य बिंदु रहता है “दाग अच्छे है | ” ये
विज्ञापन खासे लोकप्रिय भी...
मछेरन
मछेरन एक रोमांटिक कविता है ... जिसमें कवि मछली पकड़ती स्त्री को देखकर मंत्रमुग्द्ध हो जाता है और उसे वो स्त्री दुनिया...
जमा-मनफ़ी
कहते हैं कि स्त्री के दोनों हाथों में लड्डू नहीं हो सकते ...कुछ पा के भी उसे बहुत कुछ खोना पड़ता है ... एक...
चाँद पिता की लाडली
चाँद पिता की लाडली दोहों में लिखी कविता है | दोहे हिंदी साहित्य की एक लोकप्रिय विधा है |यह मात्रिक छन्द में आता है...
जब राहुल पर लेबल लगा
"यार अपने रंग का कुछ तो करो, थोड़ी फेयर एंड लवली ही लगा लिया करो , ये रंग तो तेरा उलटे तवे जैसा हो...
सिनीवाली शर्मा रहौ कंत होशियार की समीक्षा
समकालीन कथाकाओं में सिनीवाली शर्मा किसी परिचय की मोहताज नहीं हैl ये बात वो अपनी हर कहानी में सिद्ध करती चलती हैं | उनकी...
भूख का पता –मंजुला बिष्ट
आदमी की भूख भी बड़ी अजीब होती है रोज जग जाती है, और कई बार तो मनपसंद चीज सामने हो तो बिना भूख के...
असली महिला दिवस
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दादी ने आँगन की धुप नहीं देखी और पोती को आँगन की धप्प देखने का अवसर ही नहीं मिलता | दोनों के कारण अलग...
महिला सशक्तिकरण : नव संदर्भ एवं चुनौतियां
आठ मार्च यानि महिला दिवस , एक दिन महिलाओं के नाम ....क्यों? शायद इसलिए कि बरसों से उन्हें हाशिये पर धकेला गया, घर के...