Monthly Archives: June 2019
माँ का दमा
क्या मन की दशा शरीर में रोग उत्पन्न करती है ? अगर विज्ञानं की भाषा में कहें तो 'हाँ " ...इस वर्ग में आने...
व्रत
अरे बशेसर की दुल्हिन , " हम का सुन रहे हैं , अब तुम हफ्ता में तीन व्रत करने लगी हो | देखो ,...
देश की समसामयिक दशा पर पाँच कवितायें
देश की दशा पर कवि का ह्रदय दग्ध ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता | वो अपने दर्द को शब्द देकर न सिर्फ...
नैहर छूटल जाए – एक परिवर्तन की शुरुआत
कहते हैं कि परिवर्तन की शुरुआत बहुत छोटी होती है, परन्तु वो रूकती
नहीं है और एक से एक कड़ी जुडती जाती है और अन्तत...
अनमोल है पिता का प्यार
आज का दिन पिता के नाम है | माँ हो या पिता ये दोनों ही रिश्ते किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं...
चमड़े का अहाता
वरिष्ठ लेखिका दीपक शर्मा जी की कहानियों में एक खास बात रहती है कि वो सिर्फ कहानियाँ ही नहीं बाचती बल्कि उसके साथ किसी...
प्रत्यंचा -समसामयिक विषयों की गहन पड़ताल करती रचनाएँ
कविता भावो की भाषा है वो जबरदस्ती नहीं लिखी जा सकती , उसे जब हृदय के कपाट खोल कर भावों के निर्झर सी निकलना...
शक्ति रूप
इस कहानी को पढ़कर एक खूबसूरत कविता की पंक्तियाँ याद आ रहीं है |
"उठो द्रौपदी वस्त्र संभालो , अब गोविन्द ना आयेंगे "
वायरल हुई...
युवाओं में पोर्न एडिक्शन …क्या हो अगला कदम
एडिक्शन केवल तम्बाकू , सिगरेट या शराब का ही नहीं होता | पोर्न देखने का भी होता है | आज इंटरनेट युग में आसानी...
श्रम का सम्मान
अक्सर शारीरिक श्रम को मानसिक श्रम की तुलना में कमतर आँका जाता है पर क्या पेट भरा ना हो तो चाँद पर जाने के...