Monthly Archives: October 2019
भाई -दूज पर मुक्तक
दीपावली के दूसरे दिन भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है | इस दिन बहनें अपने भाई के माथे पर रोली अक्षत का टीका...
प्रेम -दीपक
फोटो क्रेडिट -livedharm.com
करेगी रोशिनी जगमग , अँधेरे को मिटा देंगे
लाखों जुगनुओं से हम अमावस को हरा देंगे
धरा हो जायेगी स्वर्णिम, करेंगे देवता वंदन
जो जलाकर'मैं'को...
दीपोत्सव
दीपावली मानने के तमाम कारणों में एक है राम का अयोध्या में पुनरागमन | कहते हैं दीपावली के दिन प्रभु श्री
राम 14 वर्ष का...
धनतेरस पर करें आरोग्य की कामना
चलो जलाए आज हम , सखि द्वारे पर दीप।
तम को जो मेटे सदा , उजला सौम्य प्रदीप।
उजला सौम्य प्रदीप , स्वास्थ्य...
विभोम स्वर व् शिवना साहित्यकी मेंरी नज़र में
शिवना प्रकाशन की दो पत्रिकाएँ ‘विभोम स्वर’और ‘शिवना साहित्यिकी’
प्राप्त हुईं | अभी थोड़ी ही पढ़ीं हैं, फिर भी उन पर लिखने का मन हो...
डूबते को तिनके का सहारा
कहते हैं 'डूबते को तिनके का सहारा होता है |" कई बार हमारी छोटी सी मदद, छोटी सी बात , या छोटा सा सहयोग...
दीपक शर्मा की कहानी -चिराग़-गुल
ये कहानी पढ़कर फिल्म पाकीजा का एक गीत ख्यालों में चला आ रहा है |
"ये चिराग़ बुझ रहे हैं मेरे साथ जलते -जलते"
...
सेल्फ हीलिंग की जरूरत
हम सब ने सुदर्शन जी की कहानी ''हार की जीत' पढ़ी है | कैसे बाबा भारती का घोडा डाकू खड़गसिंह अपाहिज होने का नाटक...
अपने ऊपर काम करिए
हर माता पिता अपने बच्चे को प्यार करते हैं ...बहुत प्यार
और बच्चों की नज़रों में वो निर्दोष होते हैं
पर माता –पिता भी...
एक कदम पीछे
जीवन स्वयं आगे बढ़ता है | पर हम उससे भी आगे बढ़ने की होड़ लगा लेते हैं | इतनी तेज दौड़ते हुए भी लगता...