श्राद्ध पक्ष - क्या वास्तव में आते हैं पितर

श्राद्ध पक्ष – क्या वास्तव में आते हैं पितर 

    चाहें ना धन-संपदा, ना चाहें पकवान l पितरों को बस चाहिए, श्रद्धा और सम्मान ll    आश्विन के शुक्लपक्ष की पूर्णिमा से लेकर आश्विन कृष्णपक्ष अमावस्या...
वो छोड़कर चुपचाप चला जाए

वो छोड़कर चुपचाप चला जाए तो क्या करें ?

शायरी काव्य की बहुत खूबसूरत विधा है l रदीफ़, काफिया, बहर से सजी शायरी दिल पर जादू सा असर करती है l यूँ तो...
जीते जी अंतिम संस्कार

जीते जी अंतिम संस्कार- पुरवाई संपादकीय पर

कुछ पढ़ा, कुछ गुना :शीर्षक के अंतर्गत अटूट बंधन में उन लेखों कहानियों पर विस्तार से बात रखी जाएगी जो कहीं न कहीं पढ़ें...
किराये पर परिवार

किराये का परिवार – पुरवाई संपादकीय पर टिप्पणी

कुछ पढ़ा, कुछ गुना :शीर्षक के अंतर्गत अटूट बंधन में उन लेखों कहानियों पर विस्तार से बात रखी जाएगी जो कहीं न कहीं...
हिंदी

हिंदी – लौटना है ‘व्हाट झुमका’ से ‘झुमका गिरा रे’ तक

हिंदी  – बोली-बानियों की मिठास का हो समावेश                                  अभी कुछ दिनों पहले एक फिल्म आई थी, “रॉकी और रानी की प्रेम कहानी” उसका एक...

सुनो कहानी नई पुरानी -कहानियों के माध्यम से बच्चों को संस्कृति से जोड़ने का...

“मम्मी इस घर का एक रूल बना दीजिए कि चाहे जो भी हो जाए इस फॅमिली का कोई मेम्बर एक-दूसरे से बात करना बंद...

दीपक शर्मा की कहानी एवज़ी

  वरिष्ठ लेखिका दीपक शर्मा जी की कहानियाँ पढ़ते हुए बिहारी का ये दोहा अनायास ही जुबान पर आ जाता है l सतसइया के दोहरे ज्यों...

साहित्य अकादेमी में डॉ. जगमोहन शर्मा की पुस्तकों का लोकार्पण

  साहित्य अकादेमी में डॉ. जगमोहन शर्मा की पुस्तकों का लोकार्पण में वक्ताओं ने कहा, आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान भारतीय ज्ञान परंपरा की...
पर्यावरण

एक क़दम बढ़ा पर्यावरण संरक्षण की ओर…..

  पर्यावरण सुधार ले,पहला क़दम उठाय, घर का कचरा छाँट कर,अलगअलग निपटाय। दिल्ली के गाज़ीपुर के कूड़े के पहाड़ और जगह जगह कूड़े कचरे के ढ़ेर देख...
निर्मल वर्मा की कहानी - डेढ़ इंच ऊपर

निर्मल वर्मा की कहानी – डेढ़ इंच ऊपर

  अगर आप बुरा न मानें तो मैं एक और बिअर लूँगा। कुछ देर में यह पब बन्द हो जाएगी और फिर सारे शहर में...