Tag: डॉ. पूनम गुज़रानी
हारने से पहले
जीवन में हम कितनी ही बार परेशान होकर कहते हैं, "ये जीना भी कोई जीना है"या "इससे तो मौत भली" पर वास्तव में जब...
अखबारों के पन्नों पर
हम सब रोज अखबार पढ़ते हैं | अखबार की खबरें हमारी मानसिक खुराक होती है | पर ये खबरे किसी दर्द किसी अत्याचार या...