Tag: निर्मल वर्मा
निर्मल वर्मा की कहानी – डेढ़ इंच ऊपर
अगर आप बुरा न मानें तो मैं एक और बिअर लूँगा। कुछ देर में यह पब बन्द हो जाएगी और फिर सारे शहर में...
निर्मल वर्मा की कहानी परिंदे का सारांश व समीक्षा
-‘मुझे लगा, पियानो का हर नोट चिरंतन खामोशी की अँधेरी खोह से निकलकर बाहर फैली नीली धुंध को काटता, तराशता हुआ एक भूला-सा अर्थ...
लवर्स -निर्मल वर्मा की कालजयी कहानी
कुछ शब्द हैं, जो मैंने आज तक नहीं कहे. पुराने सिक्कों की तरह वे जेब में पड़े रहते हैं. न उन्हें फेंक सकता हूं,...