अहसास

अहसास

बेटा  हो या बेटी आज के जमाने में दोनों बराबर हैं | जहां जहां बेटियों को अधिकार मिले हैं , वहाँ उन्हे अपने कर्तव्य के प्रति भी सजग रहना चाहिए | इस बात का अहसास रहना चाहिए कि रिश्ते एक तरफ न हों | एहसास सुनिये,उठिये— ,बार बार शालू के आवाज दिये जाने पर भी … Read more

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हौसला

यह लघुकथा एक आशा है उस दिन की जब कोरोना नहीं रहेगा | हम इस भय से निकल कर उन्मुक्त साँस ले सकेंगे | आएगा वह दिन …बस हौसला बना कर रखना है | लघुकथा -हौसला  राघव एक कारखाने में काम करके अपने मां बाप के साथ अपना पेट पालता था। भोला राघव के (पिताजी … Read more

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