Tag: माँ
मां की सिलाई मशीन -कहानी दीपक शर्मा
नारी जीवन बस दर्द का पर्याय है या बाहर निकलने का कोई रास्ता भी है ? बचपन में बड़े- बुजुर्गों के मुँह से सुनती...
बहुत बुरी हो माँ
"बहुत बुरी हो मां" कौन सी माँ होगी जो अपने बच्चे के मुँह से ये शब्द सुनना चाहेगी | हर माँ अपने बच्चे की...
माँ से झूठ
माँ ही केवल अपने दुखों के बारे में झूठ नहीं बोलती, एक उम्र बाद बच्चे भी बोलने लगते है | झुर्रीदार चेहरे और पोपले...
फ्लाइट
जीवन में हम कितनी उड़ाने भरते हैं | सारी मेहनत दौड़ इन उड़ानों के लिए हैं | पर एक उड़ान निश्चित है ...पर उस...
जेल के पन्नों से–हत्यारिन माँ
"माँ", दुनिया का सबसे खूबसूरत शब्द है |माँ शब्द के साथ एक शब्द और जुड़ा है ....ममता, जैसे देवत्व का भाव | माँ, जो...
व्यस्त चौराहे
ये कहानी है एक व्यस्त चौराहे की, जो साक्षी बना दुख -दर्द से जूझती महिला का, जो साक्षी बना अवसाद और मौन का ,जो...
यामिनी नयन गुप्ता की कवितायें
कविता मानस पर उगे भाव पुष्प है | मानव हृदय की भावनाएं अपने उच्चतम बिंदु पर जा कर कब कैसे कविता का रूप ले...
“माँ“ … कहीं बस संबोधन बन कर ही न रह जाए
माँ केवल एक भावनात्मक संबोधन ही नहीं है , ना सिर्फ बिना शर्त प्रेम करने की मशीन ....माँ के प्रति कुछ कर्तव्य भी है...