एक पाती भी /बहन के नाम ( निशा कुलश्रेष्ठ )

एक चिट्ठी भाई के नाम..  प्रिय  भाई अतुल  तुम्हे याद है जब हम छोटे थे तब तुम हमेशा राखी पर रूठ जाया करते थे|  तुम्हारे रूठ जाने के  अपने कारण होते थे.. जहाँ  हमें राखी का इन्तजार रहता था  वहां तुम्हे राखी पर हमेशा भन्नाहट रहती थी तुम्हे याद है न?         … Read more

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आधी आबादी कितनी कैद कितनी आज़ाद

जरूरी है सम्मान  कैद उतनी ही जितना कि कोई एक पंछी खुले पिंजरे मे हो  मगर उसके पंख काट दिए गए हों |  या एक विस्तृत विषय है जिसपर संक्षिप्त में कहना नाइंसाफी होगी | माँ की कोख में जब कोई बच्चा  होता है,  तो अमूमन उसे नहीं पता होता की उसके गर्भ में पलने … Read more

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