मोटापा — खोने लगा है आपा ( भाग …3 )

 व्यायाम / कसरत / शारीरिक श्रम का विज्ञान ——- आधुनिक जीवन मशीनीकृत जीवन है जो न केवल वर्तमान समय की आवश्यकता है बल्किजिंदगी की  बढ़ती भाग दौड़ से सामंजस्य बैठाने के लिए जरुरी भी है . विस्तृत होते कंक्रीट के जंगलों ने चारों दिशाओं में दूरियों को जन्म दे दिया है और इन बढ़ती दूरियों … Read more

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मोटापा — खोने लगा है आपा ( भाग -2)

                         मोटापे से मुक्ति के लिए आवश्यकता है जीवन पद्धति में आमूलचूल परिवर्तन व सुधार की तथा  स्वयं से कुछ निश्चित प्रण करने की . ये उपाय बेहद सरल हैं किन्तु इनका पालन करना उतना ही कठिन है . इसके लिए उच्च  स्तर की इच्छा … Read more

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मोटापा — खोने लगा है आपा ( भाग -1)

                       उसे देखा . बहुत बदली सी लगी .पूछा क्या बात है भई .कुछ ज्यादा ही भरी हुई सी लग रही हो.उसकेबोलने से पहले ही कई ओर से जवाब आया ..अरे भई खाते पीते घर की हैं…अब कुछ तो अंग लगना ही चाहिए न.  और वो बढ़ते शरीर पे साड़ी कसते हुए बस मुस्करा … Read more

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प्रेम के रंग हज़ार -डूबे सो हो पार

प्रेम जीवन के विविध रंगों और ढंगों में समाई सघन अनुभूति है…माँ का वात्सल्य से परिपूर्ण प्रेम ,पिता का अव्यक्त कर्म में परिलक्षित प्रेम , बहिन का अनुराग से ओत प्रोत प्रेम , भाई का अनुरक्ति में भीगा प्रेम ,मित्र का अपनत्व भाव में रचा बसा प्रेम और एक स्त्री व पुरुष के बीच प्रस्फुटित … Read more

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