motivational quotesUncategorizedसद्विचार पर्त दर पर्त By अटूट बंधन - February 11, 2017 1 Share on Facebook Tweet on Twitter पर्त दर पर्त छिपा रखे थे आँसू कितने ए खुदा ! दर्द किसी का प्याज के मानिंद न हो वंदना बाजपेयी
बहुत सुन्दर