पूर्वा- कहानी किरण सिंह

“जिस घर में भाई नहीं होते उस घर कि लड़कियाँ मनबढ़ होती हैंl” उपन्यासिक कलेवर समेटे चर्चित साहित्यकार किरण सिंह जी की  कहानी ‘पूर्वा’  आम जिंदगी के माध्यम से रूढ़ियों की टूटती बेड़ियों की बड़ी बात कह जाती है l वहीं  बिना माँ की बेटी अपूर्व सुंदरी पूर्वा का जीवन एक के बाद एक दर्द … Read more

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सुनो कहानी नई पुरानी -कहानियों के माध्यम से बच्चों को संस्कृति से जोड़ने का अभिनव प्रयास

“मम्मी इस घर का एक रूल बना दीजिए कि चाहे जो भी हो जाए इस फॅमिली का कोई मेम्बर एक-दूसरे से बात करना बंद नहीं कर सकता है l” यूँ तो साहित्य लेखन ही जिम्मेदारी का काम है पर बाल साहित्य के कंधे पर यह जिम्मेदारी कहीं ज्यादा महती है क्योंकि यहाँ पाठक वर्ग एक … Read more

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अंतर्ध्वनि-हमारे समकाल को दर्शाती सुंदर सरस कुंडलियाँ

अंतर्ध्वनि

लय, धुन, मात्रा भाव जो, लिए चले है साथ दोहा रोला मिल करें, छंद कुंडली नाद छंद कुंडली नाद, लगे है मीठा प्यारा सब छंदों के बीच, अतुल, अनुपम वो न्यारा ज्यों शहद संग नीम, स्वाद को करती गुन-गुन जटिल विषय रसवंत, करे छंदों की लय धुन वंदना बाजपेयी दोहा और रोला से मिलकर बने, … Read more

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विसर्जन कहानी संग्रह -समीक्षा किरण सिंह

जिंदगी ही कहानी है या कहानी ही जिंदगी है इस प्रश्न का ठीक-ठीक उत्तर देना थोड़ा उलझन भरा हो सकता है इसलिए जिंदगी और कहानी को एक दूसरे का पूरक कहना ही सही होगा। क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति की जिंदगी ईश्वर की लिखी कहानी है। हाँ यह और बात है कि किसी की कहानी आम होती … Read more

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अन्त: के स्वर – दोहों का सुंदर संकलन

सतसैयां के दोहरे, ज्यूँ नाविक के तीर | देखन में छोटे लगे, घाव करें गंभीर ||                                   वैसे ये दोहा बिहारी के दोहों की ख़ूबसूरती के विषय में लिखा गया है पर अगर हम छन्द की इस विधा पर बात करें जिसके के अंतर्गत दोहे आते हैं तो भी यही बात सिद्ध होती है | … Read more

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जीवन का सत्य

“संसार से भागे फिरते हो भगवान् को तुम क्या पाओगे” चित्रलेखा फिल्म का यह लोकप्रिय गीत जीवन के सत्य को बहुत कुछ उजागर करता है | यूँ तो मन की शांति के लिए बहुत सारे आश्रम हैं जहाँ लोग जाते हैं , ध्यान संयम सीखते हैं , परन्तु क्या कोई गृहस्थ अचानक से संन्यास ले … Read more

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प्रेम और इज्ज़त -आबरू पर कुर्बान हुई मुहब्बत की दस्ताने

मानव मन की सबसे कोमल भावनाओं में से एक है प्रेम | देवता दानव पशु पक्षी कौन है जिसने इसे महसूस ना किया हो | कहा तो ये भी जाता है कि मनुष्य में देवत्व के गुण भी प्रेम के कारण ही उत्पन्न होते हैं | परन्तु विडंबना  ये है कि जिस प्रेम की महिमा … Read more

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प्रीत की पाती – किसी किशोरी के अनगढ़ प्रेमपत्र नहीं ,एक साहित्यिक कृति

                          “प्रीत की पाती” , जैसा की नाम से ही स्पष्ट है ये प्रीत की मधुर भावनाओं से ओत-प्रोत प्रेम पत्र हैं जो प्रेयसी अपने प्रियतम को लिखती है, पर नाम से जो नहीं समझा जा सकता वो है प्रेम की वो बेचैनी … Read more

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तस्वीरों के लिए हो अलग फेसबुक ग्रुप

प्रत्येक व्यक्ति के अपने – अपने अलग – अलग पसंद नापसंद होते हैं इसलिए प्रत्येक व्यक्तियों की अवधारणा प्रत्येक व्यक्तियों के लिए अलग – होती है!लेकिन यह भी सत्य है कि हम लोगों के पसंद और नापसंद के अनुसार चलेंगे तो जीवन की भूल भुलैया में फंसकर रह जायेंगे और हम खुद को स्थापित कर … Read more

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ईश्वर का वाचक शब्द – ओ३म् (ॐ) या ओंकार

ओम शब्द का गठन वास्तविकता मनुष्य जाति  के सबसे महान अविष्कारों में से एक है। ओ३म् (ॐ) या ओंकार का नामांतर प्रणव है। यह ईश्वर का वाचक है।  ओम को सबसे पहले उपनिषद (जो की वेदांत से जुड़े लेख हैं) में वर्णित किया गया था। उपनिषदों में ओम का अलग-अलग तरह से वर्णन किया गया … Read more

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