आप बच्चों को कैसी कहानियाँ सुनाते हैं ?

बचपन की बात याद करते ही जिस चीज की सबसे ज्यादा याद आती है वो हैं कहानियां | कभी दादी की कभी नानी की ,कभी माँ की कहानियां | पुराने समय से जो  एक परंपरा चली आ रही  है कहानी सुनने और सुनाने की वो आज भी यथावत कायम है | इतना जरूर हो गया … Read more

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जाने -अनजाने मत बनिए टॉक्सिक पेरेंट

                        मुझे पता है आप इस लेख के शीर्षक को पढ़ते ही नकार देंगे | पेरेंट्स वो भी टॉक्सिक ? ये तो असंभव है | जो माता –पिता अपने बच्चों से इतना प्यार करते हैं | उनके लिए पैसे कमातें हैं , घर में  सारा समय देखभाल करते हुए बिताते हैं वो भला  टॉक्सिक कैसे … Read more

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सफलता के लिए बोर्ड एग्जाम की तैयारी के 11 उपयोगी टिप्स

आगामी मार्च में दसवीं व् बारहवीं की बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं | सभी विद्यार्थीं अपनी  तैयारी को अंतिम रूप दे रहे हैं | माता -पिता भी बच्चों का विशेष ध्यान रख रहे हैं | सबकी कोशिश यही है की बच्चे परीक्षाओं में अच्छे मार्क्स लाये और सफल हों |परन्तु देखा गया है … Read more

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बाल मनोविज्ञान आधारित पर 5 लघु कथाएँ

बच्चे हमारी पूरी दुनिया होते हैं | पर बच्चों की उससे अलग एक छोटी सी दुनिया होती है | कोमल सी , मासूम सी | उनमें एक कौतुहल होता है और ढेर सारी जिज्ञासाएं | हर बात पर उनके प्रश्न होते है | और हर प्रश्न के लिए उन्हें उत्तर चाहिए | मिल गया तो … Read more

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आखिर क्यों 100 % के टेंशन में पिस रहे है बच्चे

अक्सर ही स्त्रियों की  समस्याओं को लेकर परिचर्चा होती रहती है , आये दिन स्त्री विमर्श देखने सुनने तथा पढ़ने को मिल जाता है लेकिन बच्चे जाने अनजाने ही सही अपने अभिभावकों द्वारा सताये जाते हैं इस तरफ़ कम ही लोगों को ध्यान जा पाता है! प्रायः सभी के दिमाग में यह बात बैठा हुआ … Read more

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बाल दिवस : समझनी होंगी बच्चों की समस्याएं

बच्चे , फूल से कमल ओस की बूँद से नाजुक व् पानी के झरने से गतशील | कौन है जो फूलों से ओस से , झरने से और बच्चों से प्यार न करता होगा | बच्चे हमारा आने वाला कल हैं , बच्चे हमारा भविष्य है , बच्चे उन कल्पनाओं को साकार करने की संभावनाएं … Read more

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माता-पिता के झगडे और बच्चे

नन्ही श्रेया अपने बिल्डिंग में नीचे के फ्लोर में रहने वाले श्रीवास्तव जी के घर जाती है और उनका हाथ पकड़ कर कहती है “अंकल मेरे घर में चलो , लाइट जला दो ,पंखा चला दो ,गर्मी लग रही है | श्रीवास्तव जी श्रेया को समझाते हुए कहते हैं “बेटे मम्मी को कहो वो चला … Read more

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किशोर बच्चों में अपराधिक मानसिकता :जिम्मेदार कौन ?

किशोरावस्था यानि उम्र का वो पड़ाव जिसमें उम्र बचपन व् युवास्था के बीच थोडा सा विश्राम लेती है | या यूँ कहें  न बचपन की मासूमियत है न बड़ों की सी समझ और ऊपर से ढेर सारे शरीरिक व् मानसिक और हार्मोनल परिवर्तनों का दवाब | शुरू से ही किशोरावाथा “ हैंडल विथ केयर “की … Read more

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कहीं हम ही तो अपने बच्चों के लिए समस्या नहीं?

            दृश्य-१-  बहुत दिनों से सोच रही थी कि शीतल से मिल आऊँ, उसके हाल-चाल जान आऊँ…सो आज चली गई उसके घर। गप्पों के बीच उसने बीच उसने आवाज़ दी अपनी बेटी को….मोना! अच्छी चाय बना कर ले आ आंटी के लिए। बेटी चाय लेकर आई, रख कर वो बातें … Read more

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क्या सभी टीचर्स को चाइल्ड साइकॉलजी की समझ है ?

Teachers should have basic understanding of child psychology  वंदना बाजपेयी   शिक्षक दिवस -यानी  अपने टीचर के आभार व्यक्त करने का , उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने का | छोटे बड़े हर स्कूल कॉलेज में “टीचर्स डे “ पर कार्यक्रम का आयोजन होता है  | जिसमें बच्चे  कविता ,कहानी  नृत्य के माध्यम से टीचर्स के प्रति … Read more

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