साडे नाल रहोगे ते योगा करोगे

यूँ तो योग तन , मन और आत्मा सबके लिए बहुत लाभदायक है इसलिए ही इसे पूरे विश्व ने न केवल अपनाया है बल्कि इसे बढ़ावा देने के लिए 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भी घोषित कर दिया | लेकिन जरा सोचिये इसे योग में अगर हास्य योग भी जुड़ जाए तो …. फिर … Read more

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अंतिम इच्छा

(कहानी)अंतिम इच्छा मोहन लाल जी मृत्यु शैया पर थे! उनके परिवार के सदस्य भी उनकी आखरी साँसे गिन रहे थे! मोहन लाल जी के नजदीकी सगे-संबंधी और दोस्त-यार समाचार सुनकर अपनी-अपनी साहूलियत के मुताबिक पिच्छले कुछ दिनों से उनके यहाँ आ-जा रहे थे। उनके घर में खूब गहमा-गहमी लगी थी! न चाह कर और सब-कुछ … Read more

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आज मै शर्मिंदा हूँ?

आज मैं शर्मशार हूँ …लानत है, नेताओं को … एक सर्वे के मुताबिक भ्रष्टाचार के क्षेत्र में भी मेरा भारत चीन से पिछड़ गया है। आबादी में तो हम चीन से पीछे थे ही …लेकिन अब भ्रष्टाचार के क्षेत्र में भी चीन ने भारत को खदेड़ दिया है! रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 18 वर्षों में … Read more

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उसकी मौत

आजएक बार फिर हम सब दोस्त सोहन के घर एकत्रित हुये थे – मयपान के लिये नहीं अपितु उसकी शव-यात्रा में शामिल होकर उससे अंतिम विदा लेने के लिये! उसके घर के बाहर गली में शोक सभा के लिये लगाये गयेशामियाने के नीचे एक तरफ गली-मोहल्ले व रिश्ते की औरतें ‘स्यापा‘ कररही थीं और दूसरी … Read more

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हाय GST (वस्तु एंव सेवा कर)

(हास्य-व्यंग्य) अशोक परूथी ‘मतवाला’ आजकल जी. एस. टी.  यानि वस्तु एंव सेवा कर को लेकर भारत में जनता ने दंगा-फसाद किया हुआ है औरकुछ लोग  समाज में तरह-तरह की भ्रांतियां फैला रहे हैं! इस कर को लेकर पानी के गिलास के साथ भी लोगों की रोटी इनके हलक से नीचे नहीं उतर रही ! सरकार … Read more

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ममत्व की प्यास

अशोक परूथी शांति का मन आज बहुत अशांत था. रो-रोकर उसने अपनी आंखें सुजा ली थी! वह अपनी किस्मत को भी रो-धो बैंठी थी. अपने मन का बोझ हल्का करने के लिये गुस्से में उसने अपनी बगल वाली पड़ोसिन लक्ष्मी के लिये बुरा-भला कहा और चाहा भी! आखिर, बरामदे की फर्श से उठकर उसने अपना … Read more

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हाँ, उस युग का वासी हूँ मैं

व्यंग्य –लेख अशोक परूथी “मतवाला“ मेरे युग में, {व्हट्सअप ओर सोशल मिडिया के जन्म से पहले), भी खबरें ‘वेरी फ़ास्ट‘ मिलती और पहुँचती थी. अंतर बस इतना है कि उस समय जीवन और लोग दोनों बड़े साधारण, सरल-से और खुश-मिजाज़ हुआ करते थे. जनसंचार सुविधा के कोई बिल-विल नहीं होते थे. अब तो किसी के … Read more

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राम नाम सत्य है

मेरी मौत 9 जून 2051 को होगी? यह तारीख एक ‘वेब-साइट’ वालों ने मेरे लिये निकाली है! है, भगवान, तेरे घर में भी आज इन ‘आईडेंटिटी थेफ्ट’ वालों ने कुछ सुरक्षित नही छोड़ा! साँठ-गांठ करके अब यह लोग हमारी मौत का रिकॉर्ड भी तुम्हारे यहाँ से ले आये हैं! एक रहस्य था और उसमे भी … Read more

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जाएँ तो जाएँ कहाँ

ज्यों ही मकान मालिक ने हमें मकान खाली करने का सुप्रीम ‘ऑर्डर दिया, हमारी तो बोलती ही बंद हो गई। नए सिरे से मकान ढूँढने की फिर से नई समस्या! उफ, नये मालिक अपना मकान किराये पर देने से पहले क्या-क्या शर्ते रखते हैं और कैसे-कैसे सवाल करते हैं। तौबा, मेरी तौबा, मैं बाज़ आया … Read more

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दूरदर्शी दूधवाला

दूध में पानी बहुत होता है, इसके लिए अपने दूधिये को गालियां मत दें बल्कि उस का शुक्रिया करें कि उसने आपको आज तक हृदय-रोग से कुछ हद तक बचाये रखा! विकसित देशों में भी लोग स्वस्थ्या कारणो से एक प्रतिशत या दो प्रतिशत दूध का ही इस्तेमाल करते हैं, बाकी पानी ही होता है। … Read more

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