Monthly Archives: November 2017
ईश्वर का वाचक शब्द – ओ३म् (ॐ) या ओंकार
ओम शब्द का गठन वास्तविकता मनुष्य जाति के सबसे महान अविष्कारों में से एक है।
ओ३म् (ॐ) या ओंकार का नामांतर प्रणव है। यह ईश्वर...
समाज में बढ़ते नैतिक अवमूल्यन के लिए कौन जिम्मेदार है ?
आज हर व्यक्ति जो थोडा बहुत भी भावनात्मक है,देश की इस हालत से चिंतित है,भारतीय समाज का नैतिक अवमूल्यन क्रमोत्तर हो रहा है.देश में...
प्यार का एहसास
राहुल बंबई में पैदा हुआ और
उस समय उसके पिता किसी निजी कंपनी में कार्य करते हुए अपना नया काम भी शुरू कर रहे
थे ।...
भोले- भक्त
बचपन में माँ जब देवी - देवताओं की कहानियाँ सुनाया करती थी तो
कमरे में दीवार पर जो भोले की तस्वीर टँगी थी उसमें उस...
दहेज़ प्रथा – मुझे जीवनसाथी के एवज में पैसे देना स्वीकार नहीं
दहेज क्या है? विवाह के समय माता-पिता द्वारा अपनी संपत्ति में से कन्या को कुछ धन, वस्त्र, आभूषण आदि के रूप में देना ही...
फिल्म पद्मावती से रानी पद्मावती तक बढ़ता विवाद
आज संजय लीला भंसाली के कारण रानी पद्मावती व् जौहर व्रत फिर से चर्चा
में है | फिल्म पर बहसें जारी हैं | हालाँकि की...
प्रदूषण की मार झेलती दिल्ली
पेड़ पौधे हैं लाभकारी
पर्यावरण के हैं हितकारी ।
जी हाँ , अपने घर और आसपास पेड़ पौधों को लगाने को प्रोत्साहित करें , वो ही...
गैंग रेप
सुबह-सुबह ही मंदिर की सीढ़ियों के पास एक लाश पड़ी थी,एक नवयुवती की।
छोटा सा शहर था, भीड़ बढ़ती ही जा रही थी।
किसी ने बड़ी...
दुख से बाहर आने का प्रयास है संघर्ष
जीवन के हर मोड़ पर कोई न कोई विषमता, कोई न कोई अभाव मुँह उठाए ही रहता है। किसी का बचपन संघर्षों...
कितने जंगल काटे हमने, कितने वृक्ष गिराए हैं
कितने जंगल काटे हमनेकितने वृक्ष गिराए हैंनीड़ बिना बेघर पंक्षीमौसम ने मार गिराए हैंकितने---चारों ओर कोलाहल भारीजहर घुल गया सांसों मेंउन्नति के सोपानों पर...