Tag: रिश्ते
अपेक्षाओं के बियाबान-रिश्तों कि उलझने सुलझाती कहानियाँ
डॉ. निधि अग्रवाल ने अपने अपने पहले कहानी संग्रह “अपेक्षाओं के बियाबान” से साहित्य के क्षेत्र में एक जोरदार और महत्वपूर्ण दस्तक दी है...
रिश्तों पर अर्चना त्रिपाठी जी की कविताएँ
अगर कहानी ठहरी हुई झील है तो कविता निर्झर | कौन सा भाव मानस की प्रस्तर भूमि पर किसी झरने के मानिंद कब प्रवाहित...
खटास
हमारे घर की रसोई केवल पेट भरने का काम ही नहीं करती | जीवन के कई महत्वपूर्ण सूत्र भी यहीं से निकलते हैं |...
कठिन वक्त (कारोना इफेक्ट -2)
जिस शहर को उन्होंने अपने हाथों से सींच कर सुंदर बनाया था वो एक झटके में पराए हो गए |कोरोना के साइड इफेक्ट के...
अजनबी
रिश्ते पौधों की तरह होते हैं, जिन्हें हर दिन सीचना पड़ता है | प्रेम और निष्ठा से संवारना पड़ता है | अगर ध्यान ना...
पौ फटी पगरा भया
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है | समाज में कई रिश्तों के बीच उनका जन्म होता है और जीवन पर्यन्त इस रिश्तों को निभाता चला...
परछाइयों के उजाले
प्रेम को देह से जोड़ कर देखना उचित नहीं पर समाज इसी नियम पर चलता है | स्त्री पुरुष मैत्री संबंधों को शक की...
सुबह ऐसे आती है –उलझते -सुलझते रिश्तों की कहानियाँ
अंजू शर्मा जी से मेरा परिचय “चालीस साला औरतें” से हुआ था | कविता फेसबुक में पढ़ी और परस्पर मित्रता भी हुई | इसी...