Monthly Archives: December 2017
भगवान् ने दंड क्यों नहीं दिया
बहुत समय पहले की बात है भारत के दक्षिण में उस समय राजा चंद्रसेन का
राज्य था | यूँ तो राजा चंद्रसेन शैव था पर...
विवाहेतर रिश्तों में सिर्फ पुरुष ही दोषी क्यों ?
दो व्यस्क लोग जब मिल कर एक गुनाह...
गीत-वेग से बह रहा समय
वेग से बह रहा समय,
उम्र कटती जा रही है ।
विरह की बह रही नदी,
सब्र घटता जा रहा है ।
अब नहीं अंतर्मन से ,
लोगों की...
रिश्तों का अटूट बंधन
बाबा
कितने दिन , महीने बरस बीत गए
जब बांधा था तुमने
ये अटूट बंधन
एक अपरिचित अनजान से
और मैं घबराई सी
माँ की दी शिक्षाएं
और तुम्हारे दिए उपहार
बाँध...
अंतिम इच्छा
(कहानी)अंतिम इच्छा
मोहन लाल जी मृत्यु शैया पर थे! उनके परिवार के सदस्य भी उनकी आखरी साँसे गिन रहे
थे! मोहन लाल जी के नजदीकी सगे-संबंधी...
अतीत से निकलने के लिए बदलें खुद को सुनाई जाने वाली कहानी
मेरी जिंदगी की कहानी तब बदली जब मैंने खुद को सुनाई जाने वाली अतीत की कहानी बदली
हम...
जीवित कामायनी
इंतजार करती है-----------
अपने कोठे पे बैठ हर शाम कोई ग्राहक।
न आने पे फिर वहीं से खोलती है,
जहा से उसने मोड़ रखा था--------
जय शंकर प्रसाद...
पेट्रोलियम पदार्थों की अंधाधुंध खपत पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा
petroleum और उससे उत्पाद जैसे जादुई पिटारे से निकला जिन्न | वो जिन्न जो हर समय काम करने को तैयार रहता है परन्तु बाद में...
बाबा का घर भरा रहे
एक औरत की डायरी - बाबा का घर भरा रहे
हेलो , कैसी हो बिटिया
फोन पर बाबूजी के ये शब्द सुनते ही उसकी निराश...