Tag: वंदना बाजपेयी
कलर ऑफ लव – प्रेम की अनूठी दास्तान
प्रेम जो किसी पत्थर हृदय को पानी में बदल सकता है, तपती रेत में फूल खिला सकता है, आसमान से तारे तोड़ के ला...
लापता लेडीज- पहचान गुम हो जाने से लेकर अस्तित्व को खोजती...
हालांकि मैं फिल्मों पर नहीं लिखती हूँ, पर बहुत दिनों बाद ऐसी फिल्म देखी जिस पर बात करने का मन हुआ l लापता लेडीज...
काव्य कथा – वो लड़की थी कुछ किताबी सी
काव्य कथा, कविता की एक विधा है, जिसमें किसी कहानी को कविता में कहा जाता हैं l काव्य कथा – वो लड़की थी कुछ...
कोई शॉर्टकट नहीं दीर्घकालीन साधना है बाल साहित्य लेखन -भगवती प्रसाद द्विवेदी
यूँ तो साहित्य लेखन ही जिम्मेदारी का काम है पर बाल साहित्य के कंधे पर यह जिम्मेदारी कहीं ज्यादा महती है क्योंकि यहाँ पाठक...
वंदना बाजपेयी की कविता -हमारे प्रेम का अबोला दौर
आजकल हमारी बातचीत बंद है, यानि ये हमारे प्रेम का अबोला दौर है l अब गृहस्थी के सौ झंझटों के बीच बात क्या थी,...
कानपुर के अमर शहीद -शालिग्राम शुक्ल
“ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आँख में भर पानी,
जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी”
जब-जब भारत रत्न लता मंगेशकर जी का...
बेगम हज़रत महल- एक निम्नवर्ग में जन्मी लड़की से बेगम हज़रत...
1857 का संग्राम याद आते ही लखनऊ यानी की अवध की बेगम हज़रत महल के योगदान को कौन भूल सकता है l खासकर तब...
श्राद्ध पक्ष – क्या वास्तव में आते हैं पितर
चाहें ना धन-संपदा, ना चाहें पकवान l
पितरों को बस चाहिए, श्रद्धा और सम्मान ll
आश्विन के शुक्लपक्ष की पूर्णिमा से लेकर आश्विन कृष्णपक्ष अमावस्या...
वो छोड़कर चुपचाप चला जाए तो क्या करें ?
शायरी काव्य की बहुत खूबसूरत विधा है l रदीफ़, काफिया, बहर से सजी शायरी दिल पर जादू सा असर करती है l यूँ तो...
किराये का परिवार – पुरवाई संपादकीय पर टिप्पणी
कुछ पढ़ा, कुछ गुना :शीर्षक के अंतर्गत अटूट बंधन में उन लेखों कहानियों पर विस्तार से बात रखी जाएगी जो कहीं न कहीं...