Tag: वंदना बाजपेयी
स्टेपल्ड पर्चियाँ -समझौतों की बानगी है ये पर्चियाँ
जीवन अनगिनत समझौतों का नाम है | कुछ दोस्ती के नाम पर, कुछ प्रेम की परीक्षा में खरे उतरने के नाम पर, कुछ घर...
पानी का पुल – गहन संवेदनाओं की सहज अभिव्यक्ति
समकाल में अपनी कविताओं के माध्यम से पाठकों, समीक्षकों का ध्यान खींचने वाली कवयित्रियों में विशाखा मूलमुले एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर के रूप में उभरी...
शहर सुंदर है -आम जीवन की समस्याओं को उठाती कहानियाँ
शब्द संधान प्रकाशन से प्रकाशित आदरणीय रमेश उपाध्याय जी के कहानी संग्रह “शहर सुंदर है” के 250 पेज में समाई 19 कहानियों में आम...
जरूरी है प्रेम करते रहना – सरल भाषा में गहन बात...
कविताएँ हो कहानियाँ हों या लेख, समीक्षा सरल भाषा में गहन बात कह देने वाली महिमा पाठकों को हमेशा पहले से बेहतर, नया लिख...
मेरे संधिपत्र – सूर्यबाला
एक स्त्री के द्वारा कभी ना लिखे गए संधिपत्रों का जब-जब खुलासा होगा तब पता चलेगा के घर -परिवार की खुशहाली बनाए रखने के...
बिन ड्योढ़ी का घर -स्त्री संघर्ष और स्वाभिमान की गाथा
इतनी किताबों पर लिखने के बाद अगर किसी उपन्यास को पढ़ने के बाद भी ये लगे की मैं जो इस पर कहना चाह रही...
“वो फ़ोन कॉल” एक पाठकीय टिप्पणी
कुछ घटनाएँ हमारे जीवन में इस प्रकार घटती हैं कि हमें यह लगने लगता है कि बस ये घटना ना घटी होती तो क्या...
उषाकिरण खान जी का उपन्यास वातभक्षा – स्त्री की शक्ति बन...
पति द्वारा श्रापित अहिल्या वातभक्षा बन राम की प्रतीक्षा करती रहीं | और अंततः राम ने आकर उनका उद्धार किया | ना जाने इस...
जीते जी इलाहाबाद —-ममता कालिया जी के संस्मरणों के साथ ...
यात्रीगण कृपया ध्यान दे .. अब से ठीक कुछ लम्हों बाद हम एक अनोखी यात्रा पर जा रहे हैं | इस यात्रा की पहली...
अंतर्ध्वनि-हमारे समकाल को दर्शाती सुंदर सरस कुंडलियाँ
लय, धुन, मात्रा भाव जो, लिए चले है साथ
दोहा रोला मिल करें, छंद कुंडली नाद
छंद कुंडली नाद, लगे है मीठा प्यारा
सब छंदों के बीच,...