Monthly Archives: January 2018
सफलता और शब्दोंकी शक्ति
शब्दों को हमारे जीवन...
पतंग और गफुर चचा
एक ज़माने में पतंगों का खेल बच्चों के बीच बहुत लोकप्रिय होता था , साथ ही लोकप्रिय होते थे गफुर चचा , जो बच्चों...
माँ तुझे दिल से सलाम
माँ दुनिया का सबसे खूबसूरत शब्द है, माँ की तुलना नहीं हो सकती
क्योंकि माँ जिस प्रेम व् त्याग से अपने बच्चों को पालती है...
पतंगें
हम सब ने पतंगे आसमान में उड़ाई हैं | बड़ा ही मनोरंजक खेल हैं | पर यहाँ मैंने पतंग को उस आसमान की सत्ता...
कटघरे – हम सब है अपने कटघरों में कैद
कटघरे शब्द पढ़ते ही आँखों के सामने एक दृश्य उभरता है कटघरे...
समय चक्र
समय का चक्र
अमावस्या की घनेरी रात, चमकते जुगनुओं और टिमटिमाते तारों के कारण आंशिक ज्योतिर्मयी सी थी । झींगुरों के बेसुरे स्वर रात्रि की...
रेप से जैनब मरी है
उफ! मासूम...
स्वामी विवेकानंद जयंती पर विशेष : जब स्वामी जी ने डायरी में लिखा ,...
स्वामी विवेकानंद हमारे देश का गौरव
हैं| बचपन से ही उनके आम बच्चों से अलग होने के किस्से चर्चा में थे | पर कहते हैं...
इतना प्रैक्टिकल होना भी सही नहीं
उस समय हम दिल्ली में नए-नए आये थे| मैं घर पर ही रहती थी| वो तब मेरे फ्लोर के ऊपर रहती थी| सुप्रीम कोर्ट...