Monthly Archives: August 2015
आधी आबादी कितनी कैद कितनी आजाद( नागेश्वरी राव )
पहचानो अपनी सीमाएं
आपका शीर्षक खुद ही महिलाओ की दशा...
आधी आबादी :कितनी कैद कितनी आज़ाद ( तृप्ति वर्मा )
जरूरी है बराबर का पालन -पोषण
हमारा भारत स्वतंत्र है और स्वतंत्र भारत में अधिकांश आबादी पित्र सत्ता, रूढिवादी, अंधविश्वास, आडम्बरी परम्पराओं को संग लिए...
आधी आबादी:कितनी कैद कितनी आजाद (कुसुम पालीवाल )
आधी आबादी-कितनी कैद कितनी आजाद
औरत पैदा नहीं होती औरत बनाई जाती है । मीरा बाई और महादेवी वर्मा के
कथनानुसार अगर कहा जाए तो...
आधी आबादी :कितनी कैद कितनी आज़ाद (संगीता सिंह ‘भावना ‘)
दोहरी जिन्दगी की मार
आज भले ही स्त्री ने अपनी एक अलग पृष्ठभूमि तैयार कर ली है ,पर अभी भी हमारे पुरुष प्रधान समाज मे...
आधी आबादी :कितनी कैद कितनी आज़ाद ( पुष्प लता )
आज़ाद भारत में आज़ाद महिलायें …………… !!!
पायलों की बेड़ी में जकड़ी, आज भी नारी
चूड़ियों सी हर पल खनकती ,वो सुकुमारी
रीती -रिवाजों को ढोती रहती, वो बेचारी
कितनी गिरहें...
चन्द्र गुप्त की लम्बी कविता …………… आहटें
आहटें
सन्नाटे की .........वह खौफनाक
रेंगती
अभी भी चली आती...
प्रयास
असफलता की उत्त्पत्ति तभी होतीहै
जब आप प्रयास करना छोड़ देते हैं
समझ
लोगों को परखने के स्थान पर उन्हें समझने का प्रयास करें
अटूट बंधन अंक -१० अनुक्रमाणिका
अटूट बंधन अंक -१०
अनुक्रमाणिका
१ )फलों को नहीं जडो को देखे और भावनात्मक गुलामी भी गुलामी ही है पर
विशेष सम्पादकीय
२ ) स्वतंत्रता दिवस...
किरण सिंह की कवितायेँ
पटना की किरण सिंह जी ने जरा देर कलम थामी पर जब से थामी...