Monthly Archives: June 2017
दूध – भात
जब दुआरी के कटहल पर कौए ने नीर बनाया तो धनेसरी खूब खुश हुई थी । अब तो बडका समदिया घर के पास ही...
नारी सम्मान
मॉल में रामायण का मंचन चल रहा था । चलते चलते सीता की राह में एक बडा पत्थर आ गया तो राम ने आगे...
भूख और कवि
नेताजी ने क्षेत्र में कवि सम्मेलन रखवाया ।
कवि को खबर करवाया शाम को कवि सम्मेलन है अपनी बेहतरीन कविता लेकर पहुँच जाना ।
कवि फूला...
नयी सोंच
धर्मपरायण परिवार में नई बहू के आगमन के उपलक्ष्य में रामचरितमानस का पाठ एवं विद्वजनों द्वारा व्याख्यान रखा गया । सारा परिवार बाहर व्याख्यान...
सूखी रोटियाँ
चैनल के लिए कहानियों की खोज में कोशी के कछार भटकते भटकते एक बुढिया को देखा जो रोटियां सुखा सुखाकर घर के आंगन में...
चालाक कबूतर
बहेलिये ने कबूतर पकड़ा तो कबूतर चिल्ला उठे ” हमें छोड़ दो , हमें भी जीने का अधिकार है संविधान में भी लिखा है...
मोहसिन की बेवा
मोहसिन सेना की वर्दी पहने लद्दाख के ग्लेशियर में कहीं दब गया ।सरकार उसे मरा हुआ नहीं मानती । वो ड्यूटी पर नहीं आता...
सूखा
इलाके में लगातार तीसरे साल सूखा पडा है अब तो जमींदार के पास भी ब्याज पर देने के लिए रूपये नहीं रहे । जमींदार...
आरोप –प्रत्यारोप : बेवजह के विवादों में न खोये रिश्तों की खुशबू
कहते हैं जहाँ प्यार है वहां तकरार भी है | दोनों का चोली –दामन का साथ है | ऐसे
में कोई अपना खफा हो जाए...
कहीं आपको फेसबुक का नशा तो नहीं ?
ऍफ़ बी या फेस बुक
विधाता कि बनाई दुनियाँ के अन्दर एक और दुनियाँ ......... जीती जागती सजीव
...कहते है कभी भारतीय ऋषि परशुराम ने...