Monthly Archives: October 2015
भावो की ख़ूबसूरती
हर तस्वीर अपूर्ण है
क्योंकि
भावों की ख़ूबसूरती को
कोई तस्वीर
व्यक्त नहीं कर सकती
असली सुन्दरता
हर कोई जिसके चेहरे पर
स्टे और इमानदारी लिखा होता है
वो कितना भी साधारण हो
बेहद खूबसूरत
नज़र आता है
अटल रहे सुहाग : ( लघुकथा -व्रत ) शशि बंसल
" मीनू ! जल्दी से अपने पापा की थाली लगा दो," घर में कदम धरते ही आदेशात्मक स्वर में कहा मृणाल ने।
" पर मां...
जो है उसका आनंद
आपकी ख़ुशी इस बात पर
निर्भर नहीं करती की
आपके पास कितना है
बल्कि
इस बात पर निर्भर करती है किआप के पास
जो है
उसका आनंद आप कैसे उठाते...
एक साथ
एक साथ आना शुरुआत है
एक साथ रहना प्रगति है
एक साथ काम करना सफलता है
जीवन की वास्तविकता
जीवन कोई समस्या नहीं
जिसका हल ढूंढना हो
ये एक वास्तविकता है
जिसे स्वीकार करना है
अटल रहे सुहाग : ( कहानी ) एक दिन की नायिका : अपर्णा...
वो गांव के बहार की तरफ टीलों से होते हुए भैरों जी के स्थान पर धोक देने और नए जीवन के लिए उनका आशीर्वाद...
अटल रहे सुहाग : एक प्यार ऐसा भी
बस अब इन दिनो मे और जमकर मेहनत करनी है ये सोचता हुआ रामू अपना साईकिल रिक्शा खींचे जा रहा था।पिछले 8-10हफ्तो से वो...
जीवन की प्राथमिकताएं
हम सब के जीवन में प्राथमिकताएं निर्धारित करना बहुत जरूरी है | प्राथमिकताएं चाहे वो कैरियर में हों | रिश्तों में हों या जीवन...
अहंकार का नाश
उंचा वही उठता है जो
अपने अन्दर से अहंकार को निकाल कर खुद को हल्का कर लेता है